गाजियाबाद में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर योजना के तहत बम फिट करने की झूठी सूचना दे डाली। जैसे ही पुलिस को यह सूचना मिली तो आनन-फानन में रेलवे स्टेशन पर बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड के साथ सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। बहराल घंटों की चेकिंग करने के बाद भी जब बम की कोई पुष्टि नहीं हुई तो सूचना देने वाले शख्स के साथ सख्ती से पूछताछ की गई। जब सूचना देने वाले व्यक्ति ने पुलिस के सामने इस तरह की सूचना देने का कारण बताया तो पुलिसकर्मी भी दंग रह गए। इसके बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया।
बुधवार को जहां एक तरफ 26 जनवरी से 1 दिन पहले ही बुधवार को पुलिस की तरफ से सुरक्षा की चाक-चौबंद जाम किए गए। हर्षित दीक्षित नाम के एक व्यक्ति ने यूपी-112 को कॉल कर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-तीन पर बम फिट करने की सूचना दी। यह सूचना मिलते ही गाजियाबाद पुलिस हरकत में आई और तत्काल प्रभाव से बम स्क्वायड, डॉग स्क्वायड के साथ- साथ गाजियाबाद पुलिस के अधिकारी भी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे और सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया।
वजह बताई तो हैरान रह गई पुलिस
रेलवे स्टेशन पर हर पहलू पर चेकिंग अभियान चलाए जाने के बाद भी जब इस तरह की पुष्टि नहीं हुई, तो सूचना देने वाले हर्षित दीक्षित नाम के युवक से कड़ाई से पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान हर्षित ने बताया कि वह मूल रूप से जिला इटावा कानपुर कायस्थ टोला का निवासी है। करीब 5 साल पहले दूसरे धर्म की एक युवती से शादी की थी इस शादी से उसके परिवार परिवार वाले खुश नहीं थे। इसलिए उसे और उसकी पत्नी को घर से निकाल दिया गया जिसके बाद वह अपनी पत्नी के साथ दिल्ली उत्तम नगर इलाके में रहने लगा और एक मैरिज होम में तोरण मैनेजर की नौकरी कर अपना घर चलाने लगा। लेकिन लॉकडाउन के दौरान हर्षित की नौकरी छूट गई। उधर उसकी पत्नी भी छोड़ कर चली गई जब वह अपने घर पहुंचा तो घर वालों ने भी उसे घर के अंदर नहीं जाने दिया इसके बाद से वह तनाव में रहने लगा।
झूठी सूचना देने पर पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डीसीपी सिटीजन निपुण अग्रवाल ने बताया कि 112 नंबर पर पुलिस को एक व्यक्ति के द्वारा रेलवे स्टेशन पर बम फिट करने की सूचना दी। इसके आधार पर तत्काल प्रभाव से रेलवे स्टेशन पर हर पहलू को ध्यान में रखते हुए सघन चेकिंग अभियान चलाया गया। पुलिस को उस व्यक्ति पर शक हुआ तो उससे कड़ी पूछताछ की गई पूछताछ के दौरान उसने बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा है। इसलिए वह जेल जाना चाहता था और वह दिल्ली से चलकर गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर आया और खुद के द्वारा पुलिस को बम फिट करने की झूठी दी थी । डीसीपी ने बताया कि सूचना देने वाले हर्षित दीक्षित नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार करते हुए आईपीसी की धारा 177 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
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