गाजियाबाद: दहेज के लिए मारपीट कर बहू को एक साल की बेटी संग इतनी ठंड में घर से निकाल दिया। रोती-चिल्लाती बहू ने काफी मिन्नतें कीं लेकिन किसी ने एक न सुनी। इसके बाद बहू ने ससुराल में एंट्री पाने का दूसरा रास्ता निकाला। वह टेंट लगाकर घर के बाहर बैठ गई। 11 दिनों तक बेटी के साथ वहीं रही। इसकी खबर उसके गांव के लोगों को लगी तो वे वहां पहुंचे। इसके बाद पुलिस बुलाई गई। मौके पर पहुंची एसीपी साहिबाबाद ने उसके ससुराल वालों को समझाया तो वे मान गए। विवाहिता ने पहले ससुराल वालों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिसके बाद से विवाद और बढ़ गया।
बड़ी गाड़ी मांग रहे थे
दिल्ली के घोंडा की रहने वाली खुशबू धामा की शादी 4 फरवरी 2020 को करहेड़ा निवासी दीपक के साथ हुई थी। खुशबू का आरोप था कि शादी के बाद भी ससुराल वाले उससे बड़ी गाड़ी और दहेज की मांग कर रहे थे। मांग पूरी नहीं करने पर आएदिन उसके साथ मारपीट होती थी। इस बीच उसने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन चार महीने बाद ही उसकी मौत हो गई। खुशबू ने बेटी की मौत के लिए भी ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराया था।
आरोप है कि जलाकर मारने की कोशिश भी की गई
खुशबू का आरोप था की कि वह दोबारा से गर्भवती हुई, लेकिन ससुराल के लोग उससे बेटा ही चाहते थे, जिसके बाद वह मायके चली गई। उसे दोबारा से बेटी हुई तो ससुराल वाले उससे और नाराज हो गए। खुशबू का आरोप है की कि बेटी एक साल की हुई तो उसे ससुर व ननद ने फोन कर घर बुलाया और जन्मदिन का केक कटवाया, लेकिन इसी दौरान सास खुशबू को जलाकर मारने की कोशिश की। शिकायत पर पुलिस मौके पर पहुंची तो ससुराल के खिलाफ हल्की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर जेल भेज दिया गया। ऐसे में उन्हें एक ही दिन में जमानत मिल गई। इसके बाद खुशबू को उसके ससुरालवालों ने घर से बाहर निकाल दिया। अब पिछले 11 दिन से वह अपनी एक साल की बेटी को लेकर ससुराल के बाहर टेंट लगाकर बैठी थी। गुरुवार को उसके गांव के लोग वहां पहुंचे। इसके बाद एसीपी साहिबाबाद पूनम मिश्रा मौके पर गईं। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाया, जिसके बाद ससुराल के लोग खुशबू को साथ रखने को राजी हो गए और उसे घर में बुला लिया।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.