मौर्य का पुतला फूंका और नदी में फेंका
इसके अलावा, अखिल भारत हिंदू महासभा के सदस्यों ने मौर्य का एक प्रतीकात्मक जुलूस निकाला, उनका पुतला जलाया और उसे यमुना नदी में फेंक दिया. ABHM के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने पीटीआई से बात की और कहा, “हम सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की अपमानजनक टिप्पणी पर आपत्ति जताते हैं.”
‘रामचरितमानस पर की अपमानजनक टिप्पणी’
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा, “पूर्व कैबिनेट मंत्री जब बसपा में थे तो ‘जय भीम, जय भारत’ कहते थे, बीजेपी में शामिल हुए तो रामचरितमानस का सम्मान करने लगे और अब जब समाजवादी पार्टी में शामिल हुए तो रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है.”
‘मैं सच के साथ खड़ा हूं’
बता दें कि रामचरिचमानस पर जो टिप्पणी स्वामी प्रसाद मौर्य ने दी थी वो उसपर कायम हैं. उन्होंने गुरुवार को कहा, “हमने किसी धार्मिक पुस्तक पर भी उंगली नहीं उठाई है. हमने तो तुलसीदास की लिखी रामचरितमानस के चौपाई के कुछ अंश पर बात की है… स्वाभाविक रूप से मैं सच के साथ खड़ा हूं, सच हमेशा विजयी होता है. जनता भी हमारे साथ में हैं. मैं किसी धर्म का विरोध नहीं कर रहा हूं, मैं किसी के आराध्य देव पर हमला नहीं कर रहा हूं.”