लखनऊ के थाने से एक अजीब और गरीब हैरान कर देने वाला मामला देखने को मिला जहां पुलिस ने पहले तो एक के बाद एक 15 वाहनों को सीज कर दिया फिर उन्ही गाड़ियों न चालान भी कर दिया। जबकि ये गाड़िया सीज करने के बाद थाने पर खड़ी थी। गाड़ी के मालिक भी इस बात से हैरान है कि जब उनकी गाड़ियां पहले से ही सीज करके थाने पर खड़ी कर दी गयी है तो आखिर एक गलती के लिए बार-बार कैसे सजा मिल सकती है। इस बात के लिए वाहन मालिकों ने पुलिस कमिश्नर समेत अन्य बड़े अधिकारियो से शिकायत की है।
बताया जा रहा है कि मो. नइस की ऑटो चिनहट के मटियारी चौराहे के पास गाड़ी की आरसी न होने की वजह से सीज कर दी गयी थी। और ऑटो को चिनहट थाने पर लाकर खड़ा कर दिया गया था। गाडी को थाने पर लाने के बाद उनके मोबाइल 3 हजार रुपये के चालान का मैसेज आया। जबकि ये चालान पहले 1500 रुपये का था। ये घटना 16 जनवरी की बतायी जा रही है इस बीच कुछ अन्य वाहनों और ऑटो को सीज करके थाने लाया गया। बाराबंकी नंबर की ३ पहिया गाडी के मालिक अनवर अली समेत अन्य वाहनों के मालिक भी थाने पर पहुंचे। इन सभी पीड़ितों ने बताया कि उनके पास एक के बाद एक गाड़ियों के चलन का मैसेज आया। जबकि ये गाड़िया पहले से ही सीज होकर थाने पर खाड़ी है।
लखनऊ ऑटो रिक्शा थ्री व्हीलर संघ के अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने बताया कि ये सब नियमो के विरुद्ध है अभी ऐसे और भी मामलो की जानकारी मिल रही है इसके बाद इस बात के लिए वो उच्च अधिकारियो के सामने अपनी बात रखेंगे।