झांसी में सात दिन पहले हुई युवक की हत्या का गुरुवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। उसकी हत्या किसी और ने नहीं, उसकी पत्नी ने ही प्रेमी के साथ मिलकर प्लान की थी। पूछताछ में पत्नी ने बताया कि वो उसे रोज पीटता था। इस वजह से वो बहुत दुखी रहती थी।
इसलिए उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर उसे शराब पिलाई। इसके बाद गमछे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। प्रेमी के दो दोस्त भी वारदात में शामिल थे। पुलिस ने चारों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया। हत्या में इस्तेमाल गमछा और स्कार्पियो कार पुलिस ने बरामद कर ली है।
खेत में मिली थी लाश SSP राजेश एस ने बताया कि 2 फरवरी को मोंठ के कुम्हरार ओवरब्रिज के पास खेत में धनीराम उर्फ धासू की लाश मिली थी। धनीराम मोंठ के अखाड़ापुरा मोहल्ला का रहने वाला था। पोस्टमार्टम में गला घोंटने और शरीर पर आई चोट के कारण मौत होने की पुष्टि हुई थी।
वारदात में शामिल धनीराम की पत्नी बबीता उर्फ सुमन, उसके प्रेमी चिरगांव निवासी बलवान कुशवाहा पुत्र आशाराम, दोस्त राघवेंद्र राजपूत पुत्र धर्मेंद्र और संजय राजपूत पुत्र रामसेवक को गिरफ्तार किया गया है।
पत्नी के शादी से पहले थे अवैध संबंध बबीता उर्फ सुमन के शादी से पहले मायके में बलवान कुशवाहा से प्रेम संबंध थे। पहले सुमन की शादी सम्मेलन में हुई, लेकिन वो एक माह ही चल पाई। इधर, धनीराम की भी पत्नी की मौत हो चुकी थी।
8 साल पहले परिवार वालों ने सुमन की शादी 10 साल बड़े धनीराम के साथ कर दी। लेकिन सुमन शादी से खुश नहीं थी। शादी के बाद भी उसके बलवान के साथ प्रेम संबंध चलते रहे। यहां तक कि बलवान का उसके ससुराल में भी आना जाना था। सुमन का पूरा खर्चा भी बलवान ही उठाता था।
प्रेमी को बताती थी हर बात धनीराम अत्याधिक शराब पीता था। पत्नी सुमन के साथ मारपीट करता था। ये बातें सुमन अक्सर अपने प्रेमी बलवान को बताया करती थी। घटना से दो दिन पहले भी धनीराम ने सुमन के साथ मारपीट की। तब बलवान और सुमन ने धनीराम की हत्या की साजिश बनाई। बलवान ने अपने साथ दोस्त राघवेंद्र और संजय को भी शामिल कर लिया।
पहले शराब पिलाई और फिर की हत्या रोजाना की तरह 1 फरवरी को धनीराम खेत पर फसल की रखवाली करने गए थे। रात करीब 9 बजे बलवान व उसके दोनों दोस्त स्कार्पियो से खेत पर पहुंचे। साजिश के तहत धनीराम को गाड़ी में बैठाकर ले गए। गाड़ी में बैठकर चारों ने शराब पी।
फिर चारों ने मारपीट कर गमछे से धनीराम का गला घोंट दिया। उसको खेत में फेंककर तीनों आरोपी फरार हो गए थे। बलवान और राघवेंद्र के पहले भी आपराधिक इतिहास रहा है।
धनीराम के छोटे छोटे दो बच्चे धनीराम की पहली पत्नी की करीब दस साल पहले डिलीवरी के दौरान मौत हो गई थी। बाद में बच्चे की भी मौत हो गई थी। दूसरी शादी से 6 साल की बेटी गुड़िया और 4 साल का बेटा शिवा है। उसके माता बड़ेगांव बाई और पिता की भी काफी समय पहले मौत हो चुकी है।
पांच भाइयों में धनीराम चौथे नंबर का था। सबसे बड़े भाई नारायण की करीब दस साल पहले साइकिल से गिरकर मौत हो गई थी। नारायण से छोटे भगवत की करीब 15 साल पहले मौत हो चुकी है। भगवत का भी शव खेत में ही मिला था। तीसरे नंबर का भाई किशोरी उर्फ कल्लू अविवाहित है। सबसे छोटा भाई मंजू उर्फ राकेश भी खेतीबाड़ी करता है।
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