उत्तर प्रदेश के मथुरा में लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे एक सिपाही की पुलिस लाइन में मौत हो गई। मृतक सिपाही के पिता ने साथी पुलिसकर्मी पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया है। प्रतिसार निरीक्षक का कहना है कि दोनों ही सिपाही लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे थे। नशे के आदी हैं। इनके बीच में क्या हुआ इसकी जानकारी नहीं है। घटना की विवेचना के बाद ही पूरी जानकारी मिल सकेगी।
मथुरा के पुलिस लाइंस स्थित बैरक में बुधवार की सुबह सिपाही अनिल कुमार (37) पुत्र महिपाल सिंह अचेतावस्था में मिला। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद घटना की सूचना पिता महिपाल सिंह को दी गई। वह पूरे परिवार के साथ पोस्टमॉर्टम गृह पहुंचे। यहां उनकी पत्नी और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल था।
वर्तमान में चल रहा था गैरहाजिर
मूलरूप से फिरोजाबाद के रामगढ़ थाना क्षेत्र के हरजीवन नगर निवासी अनिल वर्ष 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था। मथुरा में कोरोना काल के दौरान उसे लंबे समय तक गैरहाजिर रहने पर निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद वह बहाल भी हुआ। इशके बाद वर्तमान में भी वह गैरहाजिर चल रहा था।
अनिल के पिता महिपाल ने बताया कि सोमवार को बेटे अनिल का फोन पहुंचा था। उसने साथ में रहने वाले सिपाही मुकेश द्वारा जेब से पैसे निकाल लिए जाने और मांगने पर मारपीट किए जाने की शिकायत की थी। इसके बाद उन्होंने मुकेश से फोन से वार्ता की। इस पर उसने स्वीकारा कि अनिल की जेब से उसने पैसे निकाले हैं जो खर्च हो चुके हैं। वह शाम तक वापस कर देगा।
चेहरे पर चोटों के निशान हैं
बताते हैं कि इसके बाद दोनों सिपाहियों के बीच पुलिस लाइन के बैरक में मारपीट हुई है। इसमें अनिल के चेहरे पर चोटों के निशान हैं। मृतक सिपाही को लेकर प्रतिसार निरीक्षक राधेश्याम से बातचीत की गई तो उनका कहना था कि 639 दिन की गैरहाजिरी के बाद 28 सितंबर 22 को अधिकारियों के निर्देश पर उसने लाइन में आमद कराई। इसके बाद भी वह लगातार कुछ-कुछ दिन छोड़कर गैरहाजिर रहता रहा। प्रभारी निरीक्षक अजय किशोर ने बताया कि नशे का आदी सिपाही गैरहाजिर रहता था। प्रथम दृष्टया इसी के चलते उसकी मौत हुई होगी।
गैरहाजिर पुलिसकर्मियों पर गाज की तैयारी
गैरहाजिर चल रहे सिपाही की संदिग्ध परिस्थितियों की मौत के बाद पुलिस अधिकारियों की ऐसे कर्मचारियों पर शिकंजा कसने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने प्रतिसार निरीक्षक से लंबे समय से काम के प्रति लापरवाह पुलिसकर्मियों की सूची मांगी है जिससे उनके विरुद्ध प्रभावी विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
पिता का सहारा टूट गया
सिपाही अनिल पिता का एकलौता बेटा था। उसके अलावा उसके घर में कोई कमाने वाला दूसरा नहीं है। बेटी की शादी की तैयारियों को लेकर चिंतित पिता का कहना था कि उनका बेटा एक मात्र सहारा भी टूट गया। मृतक सिपाही की एक बेटी है।
नशेबाज सिपाहियों से आरआई दुखी
पुलिस लाइन के विभिन्न बैरकों में रह रहे कुछ लापरवाह सिपाहियों से आरआई भी परेशान हैं। इस संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उनका कहना था कि दोनों ही सिपाही नशेबाज रहे हैं इन्हें कई बार अधिकारियों द्वारा चेतावनियां भी गईं लेकिन इन्होंने अपनी आदतें नहीं सुधारीं। उनका कहना था कि जिस सिपाही पर मारपीट का आरोप है वह भी शराबी है।