कोन्याक लोग अपने चेहरे पर और शरीर के अन्य भागों पर टैटू बनाते हैं जिससे वो आसपास की दूसरी जनजातियों से अलग लगे. टैटू और हेडहंटिंग उनकी मान्यताओं का अहम हिस्सा है. जनजाति के राजा का बेटा म्यांमार आर्मी में भर्ती है और लोगों को दोनों देशों में आने-जाने के लिए वीजा-पासपोर्ट की भी जरूरत नहीं पड़ती. यहां नागमिस भाषा बोली जाती है, जो नागा और आसामी भाषा से मिलकर बनी है.