प्यार करने वाले न मजहब देखते हैं, न गरीबी अमीर और न ही कुछ और। ऐसा ही हुआ अजय और मुस्कान के बीच। ये कहानी है अलीगढ़ (Aligarh) की। जहां अजय और मुस्कान ने अलग-अलग धर्म से होने के बावजूद एक दूसरे का साथ प्यार का रिश्ता बनाया और इसे शादी का नाम दिया, लेकिन शादी के बाद दोनों के प्यार के बीच खड़ी हो गई है मजहब की दीवार। पत्नी मुस्कान ने पकड़ ली है ऐसी जिद जिसके खिलाफ अजय ने कानून का सहारा लिया है।
प्रेम विवाह (Love Marriage) के बाद धर्म परिवर्तन की मांग!
अजय अलीगढ़ के फरीदपुर गांव का रहने वाला है। पास ही के गांव की रहने वाली मुस्कान से उसे प्यार हो गया। मुस्कान अलग धर्म से थी तो परिवारवाले इस शादी के खिलाफ थे। दोनों ने भागकर शादी कर ली। मुस्कान के परिवारवालों ने अजय के खिलाफ उनकी बेटी के अपहण का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने दोनों लड़के-लड़की को गिरफ्तार किया। कोर्ट में भी पेशी भी हुई जहां मुस्कान ने बताया कि वो बालिग है, जिसके बाद दोनों की शादी को मान्यता मिल गई।
पत्नी ने की पति से धर्म बदलने की जिद
थोड़े समय बाद मामला शांत हुआ तो अजय के परिवारवालों ने मुस्कान को अपना लिया और दोनों फरीदपुर गांव में ही लौट आए। ऐसा लगा कि अब सबकुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन अब अजय के मुताबिक मुस्कान उसे धर्म परिवर्तन (Religious Conversion) के लिए मजबूर कर रही है। अजय का कहना है कि मुस्कान ने जिद पकड़ ली है अगर वो धर्म नहीं बदलेगा तो वो उसके साथ नहीं रहेगी।
पत्नी मुस्कान के खिलाफ दर्ज हुआ केस
फरीदपुर गांव में इस मामले ने तूल पकड़ लिया। मामला करणी सेना तक भी पहुंचा तो करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने पति अजय के साथ मिलकर मामले की शिकायत पुलिस थाने में दर्ज करवा दी। मुस्कान के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और ये तलाशने की कोशिश कर रही है कि इसमें क्या सच्चाई है।
शादी के बाद धर्मांतरण पर क्या कहता है कानून?
दरअसल अलग-अलग धर्म में शादी के बाद अक्सर इस तरह के मामले उठते हैं। अलग-अलग धर्म के लड़के-लड़कियों के बीच शादी करना कानूनी रूप से गलत नहीं है, लेकिन शादी के बाद धर्म परिवर्तन के मामले में वही नियम लागू होते हैं जो धर्म परिवर्तन के दूसरे मामलों में होते हैं। अगर कोई अपनी इच्छा से धर्म बदलना चाहता है तो उसमें कोई रोक नहीं है, लेकिन किसी को धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर करना कानूनन अपराध है। फिर चाहे वो पत्नी हो, या पति, या फिर कोई और। किसी को भी उसकी मर्जी के बिना धर्म परिवर्तन के लिए दवाब बनाना जुर्म है और इसके लिए सजा के प्रावधान हैं।
पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है
अजय और मुस्कान के मामले में अगर आरोप सच साबित होते हैं तो मुस्कान को सजा भी हो सकती है। बहरहाल इस केस में जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
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