उरई (जालौन) आज पचनदा धाम पर बाबा साहब व महाकालेश्वर एवं कर्ण देवी मंदिर पर आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया पचनदा कारिडोर का संकल्प लेते हुए निस्वार्थ सेवा और देवताओं का आदेश बताया । उन्होंने कहा साथ ही इस क्षेत्र के धार्मिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के लिए कॉरिडोर संकल्प यात्रा में शासन व प्रशासन सहयोग की मांग की ।
दिल्ली से आए वैज्ञानिकशैलेन्द्र सिंह चौहान मूल रूप से जगम्मनपुर जालौन के निवासी हैं इस धार्मिक सांस्कृतिक क्षेत्र का विकास हो महाकाल कॉरिडोर में 150 फिट की प्रतिमा पांच नदियों की धारा में स्थापित कर महाकालेश्वर, बाबा साहब, कर्ण देवी माता मंदिर को रूपवेय से जोड़ा जाए।साथ ही नदी के ऊपर तीनों मंदिरों को जोड़ती कांच की छत बने जो नदी के ऊपर से गुजरे इस संकल्प यात्रा में तीनों मंदिर के उपस्थित रहे संतों ने इस कार्य को ईश्वर का आदेश बताया और यह कॉरिडोर इस संकल्प यात्रा को अपना आशीर्वाद बताया। समाजसेवी व सामाजिक न्याय एवं किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश निरंजन भैया जी ने कहा कि युवाओं को स्वावलंबी बनाने और रोजगार उपलब्ध कराने में और अपनी जीवन यात्रा को सफल बनाने में यह कॉरिडोर इस क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा इस यात्रा में शामिल रहे । संकल्प को निस्वार्थ भाव से प्रकट ईश्वर का आदेश बताया और इस यात्रा से जुड़कर अपने आप को सौभाग्यशाली बताया साथ ही वहां आए सभी क्षेत्र वासियों से आग्रह किया कि इस पावन भूमि को विकसित करने में अपना योगदान दें
यात्रा में शामिल रहे उरई से आए डॉ प्रियंक शर्मा एवं कुलदीप मिश्रा वरिष्ठ पत्रकार ने कहा यह कॉरिडोर चारों जनपदों को विकास के पथ पर अग्रसर करेगा ।
इस कॉरिडोर संकल्प यात्रा में शामिल रहे और कदम से कदम मिलाकर इस कॉरिडोर को जल्द शुरू करने पर बल दिया ।भूपेंद्र सिंह सेंगर ने कहा हर कार्यकर्ता इस पावन धरा के उद्धार के लिए साथ है।क्षेत्र वासियों ने इस कार्य को ईश्वर का आदेश बताया और शैलेन्द्र सिंह को ईश्वर का दूत पचनदा भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जालौन जिले , इटावा जिले और औरैया जिले की सीमा पर सिंधस ( सिंदौस ) के पास एक क्षेत्र है । यह मध्य प्रदेश राज्य के भिंड जिले की सीमा के पास भी है , जहां पर्यटक कुंवारी , पाहुज , यमुना , चंबल और सिंध जैसी पांच नदियों के संगम को देख सकते हैं । यह क्षेत्र डॉल्फ़िन के लिए एक समृद्ध आवास है। पहुज नदी मध्य भारत में मध्य प्रदेश के भिंड जिले में बहने वाली एक नदी है। यह सिंध नदी की सहायक नदी है, जो चंबल नदी के यमुना नदी में शामिल होने के ठीक बाद जालौन उत्तर प्रदेश राज्य में यमुना नदी में मिलती है।क्वारी नदी (जिसे कुवारी या कुंवारी नदी भी कहा जाता है) मध्य भारत में मध्य प्रदेश के भिंड जिले के मुरैना जिले में बहने वाली नदी है। यह सिंध नदी की सहायक नदी है और इसे औरैया जिले में मिलती है , बदले में सिंध नदी तुरंत यमुना नदी में मिलती है।
सिंध मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य की एक नदी है। सिंध विदिशा जिले के मालवा पठार से निकलती है, और मध्य प्रदेश के माध्यम से उत्तर-पश्चिम में औरैया जिले में यमुना नदी में शामिल होने के लिए बहती है , यमुना नदी के साथ चंबल नदी के संगम के ठीक बाद उत्तर प्रदेश राज्य। पहुज नदी और क्वारी नदी इसकी सहायक नदियाँ हैं। गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी यमुना , बाद में इलाहाबाद में अपनी मूल नदी में मिलती है । उनके साथ अशोक अग्निहोत्री भाजपा नेता हरेंद्र सिंह चन्देली व सैकड़ों लोग मौजूद रहे।