प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के एक बयान के बाद यूपी की राजनीतिक सियासत गर्म हो गई है. डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि सपा 25 साल तक सत्ता में नहीं आएगी. उनके बयान पर पूर्व एमएलसी और सपा नेता सुनील सिंह साजन ने पलटवार किया है. सुनील सिंह ने कहा कि जनता ने केशव मौर्य को किस तरह हराया वो डर अभी उनके अंदर बैठा है. वह अवसाद और डिप्रेशन में है. वह अपने विभाग की भी फाइल नहीं देख पा रहे हैं. सपा नेता ने कहा मौर्या एक चपरासी का ट्रांसफर करने की भी स्थिति में नहीं हैं.
ओपी रजभर पर निशाना साधा
सुनील सिंह ने कहा कि पिछड़ों पर लगातार अत्याचार हो रहा है और केशव मौर्या जो पिछड़ों का चेहरा बनकर इस सरकार में उप मुख्यमंत्री बने हैं. वह बाकी सब बातें तो बोलते हैं लेकिन सरकार के खिलाफ तब नहीं बोलते जब पिछड़ों का आरक्षण उनसे छीना जा रहा है. उन पर मुकदमे लादे जा रहे. केशव मौर्य को समझ जाना चाहिए कि उनका भविष्य बीजेपी में नहीं है. ओपी राजभर की सावधान यात्रा पर सुनील साजन ने कहा की सावधान यात्रा निकाली है, तो किस से सावधान रहना है? वह कहते हैं हम पिछड़ों की बात करते हैं, तो पिछड़ों का सबसे ज्यादा दुश्मन बीजेपी है. दलितों का उत्पीड़न सबसे ज्यादा बीजेपी सरकार में हो रहा. वो स्पष्ट करें कि सावधान किस से रहना है क्योंकि खुद तो बीजेपी से जा मिले, जो पिछड़ों और दलितों का दुश्मन है. लोग भी समझ गए कि अब ओपी राजभर से ही सावधान रहने की जरूरत है.
आजम खान ने बनाई साजिश करने वालों से दूरी
आजम खान के गनर लौटाने पर सुनील साजन ने कहा कि आजम साहब का लगातार उत्पीड़न हो रहा है, अन्याय हो रहा है और यह पुलिस कर रही है. जब सरकार, पुलिस प्रशासन मिलकर उनका नुकसान करना चाहते हैं, फर्जी मुकदमे लिख रहे हैं, जेल भेजना चाहते हैं तो पुलिस पर कैसा भरोसा? जब वहीं पुलिस साजिश कर रही है तो उन्होंने साजिश करने वालों से अपनी दूरी बना ली है.
नीतीश ने दिया है बीजेपी को हटाने का फार्मूला
बिहार के सीएम नीतीश कुमार और अपना दल कमेरावादी की कृष्णा पटेल की मुलाकात पर सुनील साजन ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार से एक फार्मूला दिया है. बीजेपी को हटाने का. वह लगातार बीजेपी और उसकी नीतियों के खिलाफ जो लोग हैं और संविधान को मानने वाले समाजवादी विचारधारा के उन सब से मुलाकात कर रहे हैं. नीतीश कुमार से भी सपा के रिश्ते अच्छे हैं और कृष्णा पटेल का हमारे गठबंधन में हैं. यह राजनीतिक मुलाकात है. वह सारे लोग एक प्लेटफार्म पर आ रहे हैं. जिन्हें मिलकर 2024 में दिल्ली से बीजेपी का सफाया करना है.
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