चिट फण्ड अधिकर्ता के उपर पुलिस विभाग द्वारा दबाव बनाने का लगाया आरोप
उरई(जालौन)। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के दर्जनों लोगों ने आज मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर डीएम व एसपी को ज्ञापन भेंटकर चिट फंड अभिकर्ताओं के ऊपर पुलिस विभाग द्वारा बनाने का आरोप लगाया है। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के जिलाध्यक्ष हरीकिशुन करण के नेतृत्व में राजकिशोर, राममोहन, राजेश बाबू पाल, संजय गुप्ता जिला ब्यवस्थापक, प्रमोद शर्मा नगर उपाध्यक्ष, बृजेश कुमार कोंच आदि ने कलेक्ट्रेट पहुंच कर ज्ञापन देते हुए बताया कि जिला जालौन में भिन्न-भिन्न 46 चिट फण्ड कम्पनी चल रही थी जिसमे लगभग 35 से 46 हजार अभिकर्ता काम कर रहे थे जिसमें कई अभिकर्ता दुनिया छोड़कर चले गये कई अपना गांव प्रदेश छोड़कर बाहर रहने लगे कई अभिकर्ताओं की जमीन मकान पर जमाकर्ता ने कब्जा कर लिया इस समय अभिकर्ता को कुछ राहत मिली थी।वडर्स एक्ट 2019 व पीआईडी एक्ट के तहत जमा कर्ता के भुगतान आवेदन एकल खिड़की के माध्यम से एसडीएम सक्षम अधिकारी के पास जमा करवाये थे क्योंकि जमा कर्ता की 180 दिन में धन का तीन गुना गारंटी देता है। उन्होंने बताया कि पार्लियामेंट में सर्व सहमति से बना कानून जिसमें संसद केन्द्र राष्ट्रपति में पारित किया दुखद बात यह है कि जिले में 03 फरवरी को एकल खिड़की खुली लगभग 6 लाख के ऊपर भुगतान आवेदन जमा हो चुके समय ज्यादा होने के कारण जमाकर्ता अभिकर्ता की शिकायत पर पुलिस विभाग की दुकान हो रही पुनः चालू जिससे जिले में बहुत अनर्थ होगा। पुलिस विभाग के दबाव में मनमानी पैसे की वसूली के चलते नन्दलाल पुत्र गंगोले टिकरिया घुरहट ऐट जो अश्रय डेयरी एण्ड एग्रो इंडिया लि. स्टेशन रोड उरई में कार्य कर रहा था जिसकी देनदारी लगभग एक करोड़ है।
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