हाइलाइट्स
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वाराणसी से आईएसआईएस का आतंकी बासित गिरफ्तार
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बासित ब्लैक पाउडर के जरिए बना रहा था विस्फोटक
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ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान आंतकी संगठन के संपर्क में आया
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एनआईए की टीम आतंकी को दिल्ली लेकर गई, परिवार से हुई पूछताछ
वाराणसी: आतंकी संगठन आईएसआईएस के वॉयस ऑफ हिंद मॉड्यूल के लिए युवकों की भर्ती करवाने के आरोप में वाराणसी निवासी बासित कलाम सिद्दीकी की गिरफ्तारी से उसके पिता अब्दुल कलाम सिद्दीकी हैरान हैं। हैचरी का काम करने वाले अब्दुल तो बासित को इंजीनियर बनाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने उसे पढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब्दुल ने तैयारी करने के लिए बासित को कोटा भेजा। वह बताते हैं कि कोरोन में लॉकडाउन लगा तो बासित घर आ गया। वह वाराणसी में घर में रहकर ही ऑनलाइन पढ़ाई करने लगा। सूत्रों के मुताबिक वह इसी दौरान वह आईएसआईएस के संपर्क में आया। आईएसआईएस की विचारधारा से जुड़ने के दौरान वह वहाबी आंदोलन से प्रभावित होकर गैर इस्लामिक रीति-रिवाजों से नफरत करने लगा था। घातक रासायनिक पदार्थों की जानकारी करने के साथ ही ‘ब्लैक पाउडर’ तैयार करने में जुटे बासित का टारगेट हिंदू धर्मस्थलों पर हमला करना था।
बासित का मकबूल आलम रोड पर तीन मंजिला मकान है। तीन भाइयों और तीन बहनों में बासित सबसे बड़ा है। उसकी दो बहनें कोटा में रहकर मेडिकल एंट्रेंस की पढ़ाई करती हैं। पिता अब्दुल बताते हैं कि बासित कम ही घर से बाहर निकलता था। अपने कमरे में वह ज्यादातर वक्त लैपटॉप या मोबाइल पर काम करते हुए बिताता था। परिवारीजनों को लगता था कि वह पढ़ाई कर रहा है, लेकिन उसके इरादों की जानकारी मिलने से सभी हतप्रभ हैं। एनआईए की पूछताछ में परिवारीजनों ने बताया कि वह खुद हैरान हैं कि बासित आखिर कैसे नापाक इरादों वाले संगठन से जुड़ गया?