कानपुर आउटर के शिवराजपुर में एक दलित नाबालिग से गांव के दबंग ने खेत में दबोचकर दुष्कर्म किया। इसके बाद मौके से भाग निकला। मामले की जानकारी किशोरी ने परिजनों को दी तो उन्होंने शिवराजपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी। आरोप है कि थानेदार ने रिपोर्ट लिखने के बजाय पीड़ित को ही थाने में बैठा लिया और पूछताछ शुरू कर दी। इतना ही नहीं समझौते का दबाव बनाया। देर रात मामला अफसरों तक पहुंचा। उनके दबाव पर FIR दर्ज की गई।
बताने पर जान से मारने की धमकी दी
पीड़िता का आरोप है कि मंगलवार सुबह वह खेत की ओर गई थी। वहां पहले से घात लगाए बैठे गांव के अवनीश ने सन्नाटे का फायदा उठाते हुए जबरन दबोच लिया। दुष्कर्म किया। इसके बाद किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। किशोर ने घर पहुंचकर माता-पिता को मामले की जानकारी दी।
आरोप है कि थाना प्रभारी ने मामले में रिपोर्ट दर्ज करने के बजाय पीड़ित परिवार पर ही लांछन लगाते हुए पूछताछ शुरू कर दी। इतना ही नहीं थाने में घंटों बैठाए रखा। आरोपी के रसूखदार होने के चलते पीड़ित से समझौते का दबाव बनाया। शाम तक मामले की जानकारी सोशल मीडिया से एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह, एडीजी भानु भास्कर समेत अन्य अफसरों को होने पर उन्होंने मामले का संज्ञान लिया। थाना प्रभारी को फटकार लगाई। तब जाकर मामले में रिपोर्ट दर्ज हो सकी।
थानेदार समझौते के लिए पीड़ित परिवार पर बना रहे थे दबाव
एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि मामले में तहरीर के आधार पर आरोपी अवनीश के खिलाफ रेप, पॉक्सो एक्ट, एससी-एसटी एक्ट और मारपीट समेत अन्य धाराओं में FIR दर्ज की गई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीमें दबिश दे रही हैं। पीड़ित बच्ची को बुधवार को मेडिकल कराया जाएगा। जांच रिपोर्ट और मजिस्ट्रेटी बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित परिवार ने थानेदार पर आरोप लगाया है कि दोपहर को तहरीर दी और देर रात FIR दर्ज की है। थाने में घंटों बैठाए रखा। इन सभी आरोपों की जांच की जा रही है।
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