मुजफ्फरनगर की हरी चुनरी चौपाल में महिलाओं ने नशा छुड़ाने के लिए अनोखी पहल की है। महिलाओं ने तय किया है कि घर पुरुषों का नशा छुड़ाने के लिए रोज के 25 रुपए लेंगी। इतना है कि एक महीने का एडवांस खाते में जमा करा लेंगी। महिलाओं का मानना है कि इस तरह से नशे की आदत छुड़ाई जा सकती है।
भाकियू की चौपाल में सहमती बनी कि महिलाएं खर्च कम कर आमदनी बढाएंगी। बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देंगी। समस्याओं को लेकर आपसी चर्चा करेंगी। तय हुआ कि 17 नवंबर को सिसौली में महिलाओं की बड़ी पंचायत होगी। सशक्तिकरण के लिए संगठन में गांव-गांव जाकर महिलाओं को शामिल किया जाएगा।
संघर्षील परिवार की महिला हूं, पीछे नहीं हटूंगी: सुनीता बालियान मंगलवार को शाहपुर क्षेत्र के गोयाला गांव में भाकियू की हरी चुनरी किसान-मजदूर चौपाल हुई। भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की पत्नी सुनीता बालियान ने दोहराया कि वह क्रांतिकारी परिवार की महिला हैं, किसी भी संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगी। उन्होंने बताया कि चौपाल में महिलाओं के सशक्तिकरण पर विचार हुआ। गांव-गांव पहुंचकर महिलाओं को अत्याचार से मुक्ति दिलाई जाएगी।
राकेश टिकैत बोले- अपनी समस्या खुद सुलझाएंगी महिलाएं
भाकियू राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि महिला परिवार से लेकर किसी भी क्षेत्र में बड़ी ताकत हैं।महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना होगा। पुरुषों की नशाखोरी की आदत छुड़ानी होगी। इसका तरीका यह है कि यदि किसी घर में चार पुरुष बीड़ी-सिगरेट या दूसरा नशा करते हैं तो उस पर आने वाले खर्च के हिसाब से महिलाएं पुरुषों से जुर्माना वसूल करेंगी। ताकि पुरुष की जेब पर जोर पड़े और वह नशा छोड़ दें।
आगे उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर भाकियू का महिला संगठन मजबूत किया जाएगा। गांव-गांव में महिला चौपाल लगेगी। जिसमें भ्रुण हत्या जैसी कुरीतियों सहित महिलाओं की बीमारी पर भी खुलकर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं और लड़कियों को बहुत से विषयों पर बोलने में झिझक होती है, जिससे रोजमर्रा की जिंदगी में दिक्कत आती है। महिला चौपालों में इन पर चर्चा कर महिलाएं ही समस्याओं को समाधान कराएंगी।
‘जीएम बीज के थाने खुलेंगे, दूध 22 रुपये लीटर बिकेगा’
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ऐसी योजना ला रही है कि अब सरसों के जर्मिनेटेड बीज को बढ़ावा दिया जाएगा। इस किस्म की सरसों स्वास्थ्य के लिए हानिकारक मानी गई है। उसका तेल घर-घर प्रयोग होगा।
उन्होंने कहा कि गांव-गांव में जीएम बीज के थाने खुलेंगे। सरकार ने विदेशी दूध कंपनियों से समझौता किया है। ये गांव में जाकर 22 रुपये किलाे दूध बेंचेगी। जिससे गांव में छोटे किसानों और मजदूरों का दूध का काम समाप्त हो जाएगा।
जो परिवार पशुपालन कर अपनी आजीविका चला रहे हैं, उनके सामने समस्या आएगी। चौ. राकेश टिकैत ने कहा कि मौजूदा हालात में परिवार की की आमदनी नहीं बढ रही। इसके लिए घर का खर्च कम करना होगा। ऐसा कर ही घर की आमदनी बढ़ाई जा सकेगी।
नशामुक्ति के लिए चलेगा गांव-गांव अभियान: सोनिया सैनी
भाकियू महिला विंग की जिलाध्यक्ष सोनिया सैनी ने कहा कि गांव-गांव नशा मुक्ति अभियान चलाया जाएगा। महिलाओं को विभिन्न विषयों पर जागरूक किया जाएगा। हरी चुनरी महिला चौपाल का उद्देश्य यही है कि प्रत्येक महिला अपने अधिकार के प्रति जागरूक हो। उसे पिछली पंक्ति में बैठने के लिए मजबूर न होना पड़े। महिलाओं को स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए सबल बनाया जाए। उन्होने कहा कि त्यौहार पर महिलाएं अपने भाइयों से हरी चुनरी उपहार में लेंगी।
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