जगम्मनपुर(जालौन): सोमवार मध्यरात्रि से शुरू हुआ स्नान का सिलसिला मंगलवार देर शाम तक चलता रहा। पूरा मेला क्षेत्र यमुना मैय्या के जयकारों से गूंजता रहा। यमुना मैया की रेती में चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आ रहे थे। माना जा रहा कि करीब पचास हजार श्रद्धालुओं ने स्नान किया और मां यमुना मैय्या को नमन कर आशीर्वाद मांगा। स्नान के बाद हवन पूजन किया। यमुना में पुष्प अर्पित कर सुख समृद्धि की कामना की गई।
कार्तिक पूर्णिमा पर मुख्य स्नान के लिए यूपी के कई जिलों के श्रद्धालुओं का रेला तिगरी की ओर बढ़ रहा था। इससे दूधिया रोशनी में नहाए मेला क्षेत्र के यमुना मैय्या की रेती पर तिल रखने भर की जगह नजर नहीं आ रही थी। हर तरफ उल्लास का माहौल था। तमाम लोगों ने सोमवार मध्यरात्रि के बाद से ही स्नान करना शुरू कर दिया। पूरे दिन यमुना में श्रद्धालुओं के गोते लगाने का सिलसिला जारी रखा इसके बाद लोगों ने श्री श्री १०८बाबा सहाब मुकुंद वन महाराज को मथ्था टेक कर बीरा बतासा चडा कर आशीर्वाद प्राप्त किया इसके बाद भत्तों ने मेलें में प्रीतमसिंह की प्रसिद्ध जलेबी तथा समोसे का स्वाद चखा मेले में आकर ताजे सिंघाड़े का स्वाद लिया मेले आकर अगर जलेबी नही खाई तो मेला अधूरा माना जाता है इस लिए मिठाई की दुकानों पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली मेले में मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा राजिस्थान के अलवर की बकरी जिसकी कीमत २० हजार से लेकर ३लाख तक की बताई |
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