‘मेरी बेटी पिछले कई दिन से गुमसुम रहती थी। मैंने सोचा कि तबीयत खराब होगी, इसलिए ऐसा है। जुमे की सुबह साढ़े 7 बज रहे होंगे। मैंने बेटी से पूछा- आज स्कूल नहीं जा रही हो? उसने रोते हुए बताया कि प्रिंसिपल शहादत पिछले दो महीने से उसके साथ क्या-क्या कर रहा था। हमें अगर ऐसा पहले से पता होता तो बच्चों को उस स्कूल में भेजते ही नहीं। वो प्रिंसिपल नहीं, हैवान है। उसको सजा मिलनी ही चाहिए।’
ये लफ्ज उस मां के हैं, जिसकी 13 साल की बेटी गाजियाबाद के एक निजी स्कूल में पिछले दो महीने से दुष्कर्म की शिकार हो रही थी। ये घिनौना काम करने का आरोप किसी और पर नहीं, बल्कि स्कूल के प्रिंसिपल शहादत पर है। पुलिस ने शहादत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सबसे पहले पूरा घटनाक्रम जानिए
गाजियाबाद जिले में मसूरी थाना क्षेत्र का एक गांव। यहां एक स्कूल है, जिसमें मदरसा भी चलता है। इसका प्रिंसिपल शहादत है। शहादत ही इसका संचालक भी है। शहादत पर आरोप है कि वो पिछले दो महीने से कक्षा-छह में पढ़ने वाली 13 वर्षीय छात्रा से रेप कर रहा था। छात्रा ने शुक्रवार को ये बात अपनी मां को बताई। इसके बाद मां ने मसूरी थाने में शहादत के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने IPC सेक्शन 376(2)(च), 506 और पॉक्सो एक्ट 4(2) में केस दर्ज कर लिया। घटना के बाद आरोपी शहादत फरार हो गया था, जिसे शनिवार शाम गिरफ्तार कर लिया गया।
बेटी ने मां को क्या बताया, वो पढ़िए… ‘पिछले कुछ दिनों से स्कूल के प्रिंसिपल शहादत स्कूल की छुट्टी के बाद अलग से पढ़ाने के बहाने मुझे रोक लेते थे। वो मेरे छोटे भाई-बहन को किसी बहाने से इधर-उधर भेज दिया करते थे। उन्होंने मुझे मोबाइल को चलाने के लिए सिखाने और फिर नया मोबाइल दिलाने का झांसा दिया। इसके बदले में वे मेरे साथ गंदी-गंदी अश्लील हरकतें करते हुए बहलाने-फुसलाने लगा। बाद में ये हरकत बढ़ती चली गई। मेरे साथ उन्होंने जबरदस्ती डरा-धमकाकर रेप करना शुरू कर दिया। पिछले दो महीने में उन्होंने मेरे साथ कई बार रेप किया। मुझे डराया धमकाया कि अगर इस बात के बारे में किसी से कहा तो मैं तुझे और तेरे भाई-बहन को जान से मारकर नहर में बहा दूंगा। इससे मैं काफी डर गई थी। इसलिए मैंने आज तक किसी से कुछ नहीं बताया था।’
घटना के बाद दूसरे अभिभावक भी चिंतित
जिस बिल्डिंग में ये स्कूल संचालित है, वहां एक मदरसा भी चलता है। ये दोनों पिछले करीब छह साल से चल रहे हैं। आरोपी प्रिंसिपल शहादत मौलवी भी है। इस स्कूल की मान्यता कक्षा-छह तक है, लेकिन यहां पर आठवीं तक की क्लास चलती हैं। स्कूल में 100 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं। हालांकि इस स्कूल या मदरसे से आज तक ऐसी कोई शिकायत नहीं आई। ये पहला मामला है, जब दूसरे अभिभावक भी अपने बच्चों को लेकर सोचने पर मजबूर हो गए हैं।
बच्ची की स्लाइड फॉरेंसिक जांच को भेजी
मसूरी पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर RC पंत ने बताया कि बच्ची का मेडिकल परीक्षण कराया गया है। विस्तृत जांच के लिए स्लाइड बनाकर फॉरेंसिक लैब भेज दी गई है। इधर, आरोपी शहादत को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है। आरोपी ने पुलिस स्टेशन पर पूछताछ में एक भी बार अपना जुर्म नहीं स्वीकारा। वो बार-बार इन बातों को गलत बताता रहा।
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