मुरादाबाद के गैंगस्टर ने इंश्योरेंस की रकम हड़पने और पुलिस से बचने के लिए खुद की मौत की स्क्रिप्ट लिख दी। गैंगस्टर मुरादाबाद का वांटेड अपराधी रहा है। उस पर धोखाधड़ी और हत्या के प्रयास समेत 6-7 केस दर्ज थे। पिछले 7 सालों से अपनी आइडेंटिटी बदलकर शाहजहांपुर में रह रहा था। यहां पर वह पुराने वाहन खरीदने और बेचने का बिजनेस कर रहा था। शाहजहांपुर पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
पकड़े गए गैंगस्टर का असली नाम मुकेश यादव है। वह मुरादाबाद के गांव हसनगंज का रहने वाला है। यहां पर वह सिक्योरिटी कंपनी चलाता था। इस दौरान उसने गार्डों की सैलरी के 15-20 लाख रुपए हड़प लिये। इसके बाद वह फरार हो गया। मुकेश पर पहले से 5-6 मुकदमे दर्ज थे। फ्रॉड का केस दर्ज होने पर मुरादाबाद पुलिस ने मुकेश पर गैंगस्टर लगा दिया। साथ ही उसकी तलाश शुरू कर दी। मुकेश पुलिस से भागता घूम रहा था।
ऐसे लिखी अपनी मौत की कहानी
एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया, “उधमसिंह नगर के सितारगंज खटीमा के जिला अस्पताल में एक अज्ञात शव मोर्चरी में रखा था। 29 जुलाई 2015, को अस्पताल के कर्मचारी की मदद से मुकेश ने मोर्चरी में रखे शव के कपड़ों में अपने सभी आइडेंटिटी कार्ड और डॉक्यूमेंट रख दिए। ऐसे में पुलिस ने माना कि मरने वाला युवक मुकेश यादव है।”
फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट भी बनवाया
इसके बाद मुकेश यादव ने अपना नाम बदलकर मुनेश यादव कर लिया। इसी नाम से उसने फर्जी आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवा भी बनवाया। उत्तराखंड में 2 साल तक रहने के बाद वह शाहजहांपुर आ गया। वह शाहजहांपुर की आदर्श नगर कॉलोनी में किराए पर रह रहा था। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गुरुवार सुबह सहारा फील्ड के पास से मुकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के कब्जे से ये सामान बरामद हुआ
जांच के दौरान पुलिस को मुकेश के पास से नकली पंचायतनामा रिपोर्ट, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, डेथ सर्टिफिकेट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एक पैन कार्ड मिला है। पुलिस अब मुरादाबाद में रहने वाले गैंगस्टर के परिवार से संपर्क करने की कोशिश कर रही है।
आरोपी का कबूलनामा ”मेरे ऊपर कर्जा हो गया था। मुझ पर कई थाने पर दर्ज मुकदमे दर्ज थे। उससे बचने के लिए षड्यंत्र रचा। चीलघर पर सैटिंग करके सड़ी-गली लाश पर अपना वोटर कार्ड रख दिया। डेडबॉडी घर पहुंची तो सबने अंतिम संस्कार कर दिया। उससे मैं मृत घोषित हो गया। शाहजहांपुर आकर मुनेश यादव नाम से आईडी बनवाई। आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाया। पत्नी संतोष और बच्ची के साथ रहने लगा। एक और पत्नी है, उसके साथ किराए पर रहता हूं। दोनों जगह आता-जाता रहता था। मैं ही असली मुकेश यादव हूं।’ ‘
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