अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
कुल 68 विधान सीटे है, चुनाव के,पूर्व भाजपा के 44 और कांग्रेस के 21 विधायक थे जबकि 3 निर्दलीय विधायक थे
शिमला| विधानसभा चुनाव में पिछले दिनों हुए मतदान के के बाद मतदाता राजनीति के पंडित भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर मान रहे हैं| लेकिन अधिकांश राजनैतिक विश्लेषकों का मानना यह है की सरकार तो भाजपा की ही बनेगी|| उनका मानना है कि भाजपा मेटिकट न मिलने के कारणअट्ठारह भाजपा नेता जो विद्रोही प्रत्याशी के रूप आर एस एस में चुनाव मैदान में आ गए तथा कांग्रेश विद्रोह कर 20 नेता चुनाव मैदान में विद्रोही प्रत्याशी के रूप में आ गए इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी भी है| भाजपाशीर्ष नेतृत्व और संघ के संगठन के कुशल पदाधिकारी भाजपा और कांग्रेस के विद्रोही प्रत्याशी और कुछ निर्दलीय प्रत्याशी जो चुनाव जीतते हैं उन पर भाजपा और आरएसएस का शीर्ष नेतृत्व पैनी नजर बनाए हुए हैं और उनकी गतिविधियों को बारीकी से मानीटरिंग कर रही है|
पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को यहां कुल 12 जिलों में से 8 जिलों में बढ़त मिली थी वहीं कांग्रेस को 4 जिलों में बढ़त मिली एक बार आप पार्टी भी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने ही है वर्ष 1985 से यह लगातार हिमाचल में ट्रेन रहा है एक बार भाजपा एक बार कांग्रेस| इस बार आप पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी अधिकांश सीटों पर चुनाव लड़ रही है लेकिन कांग्रेश के बीज और भाजपा के 18 विद्रोहियों ने तस्वीर को काफी गड़बड़ा दिया है| लेकिन भाजपा का शीर्ष नेतृत्व स्थान विकास किस संगठन से जुड़े लोग इस स्थिति को बदलने में लगे हुए हैं वह भाजपा के साथ-साथ कांग्रेश के विभिन्न रोगी उम्मीदवारों से संपर्क बनाए हुए हैं और कुछ निर्दलीय जो मजबूत स्थिति में है उनसे भी संपर्क बनाए हुए हैं राजनीति के धुरंधरों का मानना है कि यदि कांटे की टक्कर में भाजपा कुछ सीटों से बहुमत पाने में असफल रहे जाती है| तो मोदी और जयराम ठाकुर की सरकार के सिपहसालार और कुछ रिटायर्ड अधिकारी आईटी की टीम भाजपा को सत्ता में पहुंचाने के लिए कांग्रेस और भाजपा के जो विद्रोहियों और उम्मीदवार है और वैसे भी जो भी जीतेगा उन्हें हर तरीके से भाजपा के पाले में लाने का प्रयास किया जाएगा वैसे भाजपा के मुख्यमंत्री दयाराम ठाकुर है उनके नेतृत्व में ही चुनाव लड़ा गया है लेकिन उनकी उम्र को देखते हुए अब भाजपा यदि सत्ता में आती है तो केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर को हिमाचल प्रदेश में भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री काबना |सकता है . सकता है यदि कांग्रेस सत्ता में आती है तो पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह नई मुख्यमंत्री हो सकते है लेकिन भाजपा और संघ का शीर्ष नेतृत्व जिस तरह से व्यूह रचना कर रहा है यस्टरडे से भाजपा और कांग्रेस के एक-एक विद्रोही को जीतने के बाद अपने पाले में लाने की कोशिश हो रही है उसके चलते यह माना जा रहा है हिमाचल प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के चांस सबसे ज्यादा है.
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