हरदोई में दो नाबालिग दलित बहनों से दुराचार के मामले में हाईकोर्ट की फटकार के बाद आरोपी चौकी इंचार्ज दरोगा के खिलाफ नॉन बेलेबल वारंट जारी कर दिया गया है। पुलिस ने आरोपी दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर लिया है। चर्चा है कि इस मामले दो अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, जिनमें से एक पुलिसकर्मी संडीला में तैनात है।
दरअसल, नाबालिग बहनों से रेप के मामले मां की ओर से बताया गया था कि घटना 14 अप्रैल 2022 की है। वादी का पति हरदोई के पिहानी थाना क्षेत्र में चौकी जहानीखेड़ा अंतर्गत किराए की जमीन पर ढाबा चलाता है। एफआईआर में कहा गया है कि संजय सिंह जहानीखेड़ा का चौकी इंचार्ज है, जबकि मनोज सिंह और प्रियांशु वहां सिपाही हैं। सभी ढाबे पर आते थे और वादी और उसकी बेटियों के साथ गंदी हरकत करते थे।
आरोप है कि घटना वाले दिन तीनों अभियुक्तों ने ढाबे पर शराब परोसने के लिए नाबालिग बहनों को बुलाया। इसका विरोध करने पर वादी को मारा-पीटा। साथ ही दोनों नाबालिग बहन को ढाबे के पीछे उठाकर ले गए और दुराचार किया। यह भी आरोप है कि डीएम व एसपी से शिकायत करने के बाद भी घटना की एफआईआर नहीं दर्ज की गई। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया था।
याचिका में कहा गया है कि कोर्ट के आदेश के बाद 21 अगस्त को हरदोई पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली, लेकिन पॉक्सो नहीं लगाया और काफी दिन बीत जाने के बावजूद अभियुक्त पुलिसकर्मियों की गिरफ़्तारी नहीं हुई। याचिका की सुनवाई करते हुए न्यायालय ने एसपी और सीओ को तलब कर लिया।
कोर्ट की फटकार के बाद हरदोई पुलिस ने आरोपी सिपाही मनोज सिंह और प्रियांशु को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, तत्कालीन चौकी इंचार्ज संजय सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। विभागीय सूत्रों के मुताबिक इस मामले में दो अन्य पुलिकर्मियो पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है, जिनमें से एक पिहानी और दूसरा संडीला में तैनात है। बताया गया इस पूरे घटनाक्रम में षड्यंत्र की भूमिका में दोनों पुलिसकर्मी शामिल थे।
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