प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को तीन राष्ट्रीय आयुष संस्थानों का वर्चुअल अनावरण करेंगे। इसमें गाजियाबाद का राष्ट्रीय यूनानी औषधि संस्थान (NIUM) भी है। ये उत्तर भारत का सबसे बड़ा यूनानी संस्थान है।
यहां न केवल यूनानी पद्धति से मरीजों का इलाज होगा, बल्कि ये हॉस्पिटल देशभर को यूनानी डॉक्टर भी देगा। 11 दिसंबर को NIUM के अलावा अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIA) पणजी और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान (NIH) दिल्ली का भी अनावरण होगा।
निर्माण पर खर्च हुए 382 करोड़ रुपए
ये संस्थान गाजियाबाद के कमला नेहरूनगर में करीब 10 एकड़ जमीन पर बना है। निर्माण पर 382 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। निर्माण कार्य सितंबर-2019 में शुरू होकर सितंबर-2022 में पूरा हुआ। यहां मरीजों के लिए 200 बेड की सुविधा है। बच्चों और महिलाओं के लिए अलग से वार्ड है। विभाग और डॉक्टरों की संख्या के हिसाब से यहां करीब एक हजार मरीजों की रोजाना ओपीडी के इंतजाम हैं।
एम्स की तर्ज पर बना है ये संस्थान
ये संस्थान एम्स की तर्ज पर बना है। यहां ICU के अलावा 5 ऑपरेशन थिएटर, मैटरनिटी विंग, MRI, CT स्कैन, ब्लड बैंक, डिजिटल एक्सरे, पैथोलॉजी लैब की सुविधाएं हैं। इसके अलावा मरीजों के लिए स्टीम बाथ, हिप बाथ और सोना बाथ की सुविधा भी है। इसी हॉस्पिटल में 50 करोड़ की लागत से एक अत्याधुनिक लैब बनी है। इस लैब में यूनानी दवाओं पर रिसर्च भी होगा।
22 छात्र हर साल डॉक्टरेट कर सकेंगे
हॉस्पिटल के पीछे ही राष्ट्रीय यूनानी चिकित्सा शिक्षा संस्थान की बिल्डिंग बनाई गई है। इस संस्थान में 14 विभाग हैं। छात्र यहां पर यूनानी शिक्षा में PG के साथ डॉक्टरेट भी कर सकेंगे। एक साल में 22 छात्र डॉक्टरेट कर सकेंगे। जबकि करीब 100 छात्र एक साल में यूनानी पढ़ाई कर सकेंगे। परिसर में गर्ल्स और बॉइज हॉस्टल भी बनाए गए हैं।
सिर्फ 15 रुपए रजिस्ट्रेशन फीस
अनावरण से पहले ही हॉस्पिटल में OPD सेवाएं शुरू कर दी गई हैं। फिलहाल रोजाना करीब डेढ़ सौ मरीज तक पहुंच रहे हैं। इन्हें 15 रुपए देकर पंजीकरण रसीद लेनी होती है, इसके बाद परामर्श और दवाइयां निशुल्क दी जाती हैं। ये रसीद एक महीना तक वैध रहेगी। इसके बाद 10 रुपए देकर इस रसीद का रिन्यूअल कराया जा सकेगा। अभी 2 ओपीडी चालू हैं, लेकिन इन्हें बाद में बढ़ाकर 10 तक कर दिया जाएगा।
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