यंग भारत ब्यूरो
श्रीनगर की तारीखी जामा मस्जिद की इंतजामिया ने मस्जिद के अंदर फोटो लेने पर रोक लगा दी है. साथ ही मर्द और औरतों के ‘लॉन’ में साथ बैठने पर पाबंदी लगाई गई है. मस्जिद अहाते के चारों तरफ लगाई गई नोटिस में अंजुमन औकफ सेंट्रल जामा मस्जिद ने कहा कि अंदर ‘फोटोग्राफी’ डिवाइस ले जाने की भी मनाही है.
कैमरा ले जाने पर पाबंदी
नोटिस में कहा गया है कि ‘‘मुसव्विरों या कैमरा मुलाजिमों पर मस्जिद के अंदर किसी तरह के फोटो लेने पर रोक है. फोटो लेने वाली डिवाइसों को अंदर ले जाने की बिल्कुल इजाजत नहीं है. अगर कोई डिवाइस को अंदर ले जाता है तो उसे गेट पर रोक दिया जाए.’’
खाने पीने की इजाजत नहीं.
नोटिस में कहा गया है कि ‘‘किसी को मस्जिद के अंदर खाना या दूसरी खाने की चीजों ले जाने और खाने की इजाजत नहीं होगी. ऐसे लोगों को गेट पर ही रोक दिया जाए.’’ चौदहवीं सदी की इस मस्जिद की इंतजामिया ने अपनी सिक्योरिटी को उसके हुक्म को फौरन लागू करने का हुक्म दिया है. औरतें मस्जिद में जा सकती हैं अगर उनके लिए मर्दों से अलग जगह हो.
पुरानी है मस्जिद
जामा मस्जिद श्रीनगर के नौहट्टा इलाके में मौजूद है. यह जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़ी मस्जिद है. मकामी लोग इसे “शुक्रवार मस्जिद” के नाम से भी पहचानते हैं. इस मस्जिद की तामीर सुल्तान सिकंदर शाहमीरी ने सन 1394 में शुरू किया था. यह 1404 में बनकर तैयार हुई थी. कहा जाता है कि महाराज तारापदी ने इस जगह पर 693-697 ई. में एक मन्दिर बनवाई थी जिसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई. हालांकि इस बात के मुख्ता सबूत नहीं हैं.
जामा मस्जिद में लगाई गई रोक
ख्याल रहे इससे पहले दिल्ली की जामा मस्जिद में लड़कियों के अंदर जाने पर रोक लगाई गई थी. इस पर विवाद हुआ इसके बाद इस हुक्म को वापस लिया गया. दिल्ली की जामा मस्जिद में बड़ी तादाद में लड़कियां और औरतें जाती हैं.
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