कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) में आज बुधवार को 24वां दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ। इसमें मुख्य अतिथि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने यूनिवर्सिटी के 577 स्टूडेंट को डिग्रियां और 60 स्टूडेंट को पदक से नवाजा। खास बात ये है कि इस बार फिर से यूनिवर्सिटी की बेटियों ने बाजी मारी है। पदक विजेताओं में 33.33 फीसदी छात्र, जबकि उनसे दोगुना 66.67 छात्राएं हैं।
दीक्षांत समारोह की थीम ‘मिलेट्स ईयर’
24वें दीक्षांत समारोह की तैयारियों का जायजा डॉ. नलिनी तिवारी, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ. महक सिंह, डॉ. एएल जाटव और डॉ. मनीष कुमार के साथ ही कुलपति डॉ. डीआर सिंह ने लिया। कुलपति ने बताया कि इस बार ‘‘मिलेट्स ईयर’’ थीम पर दीक्षांत समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
समारोह में 577 छात्र छात्राओं को डिग्री दी गई। इसके अलावा मेधावियों को 14 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 14 रजत पदक, 14 कांस्य पदक और 18 प्रायोजित स्वर्ण पदक दिए गए। यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर डीआर सिंह ने बताया कि इस बार दीक्षांत समारोह की थीम मिलेट्स ईयर पर आधारित है। इसके साथ ही जल संरक्षण के महत्व को लेकर भी कार्यक्रम में विशेष सजावट की गई।
बेटियों ने फिर मारी बाजी
सीएसए में इस बार फिर बेटियों ने बाजी मारी है। कुलपति ने बताया कि पदक विजेताओं में 33.33 फीसदी छात्र और 66.67 फीसदी छात्राएं हैं। इससे साफ है कि बेटियों का भी उच्च कृषि शिक्षा की ओर रुझान तेजी से बढ़ा है। किसी भी क्षेत्र में महिलाओं का तेजी से आगे बढ़कर आना उसकी सफलता का पहला सूचक है।
2023 को घोषित किया ईयर ऑफ मिलेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन में मिलेट रिवोल्यूशन के क्रांति की जरूरत का जिक्र कर चुके हैं। उनकी ही पहल पर 2018 में देश में मिलेट ईयर मनाया गया था। बाद में भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएनओ) को इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का अनुरोध किया था। भारत के ही प्रस्ताव पर 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है।
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