मेरठ. चीनी मांझा से आए दिन लोगों की जान खतरे में पड़ रही है लेकिन ये मांझा धड़ल्ले से बाज़ारों में बिक रहा है. मेरठ में तो एक शख्स की गर्दन को चीनी मांझा ने ऐसा जकड़ा कि बुज़ुर्ग की जान आफत में पड़ गई. शुक्र रहा कि लोगों ने बुज़ुर्ग को अस्पताल पहुंचाया और उनकी जान बच गई. चीनी मांझा ने इस बुज़ुर्ग की गर्दन को ऐसे रेता कि पच्चीस टांके लगाए गए. पीएल शर्मा रोड निवासी 73 वर्ष के विजय कुमार बहल स्कूटी पर सवार होकर शास्त्रीनगर गए थे. वहां से लौटते समय ये घटना हुई.
जब वह कुटी चौराहे पर पहुंचे तो उनका चेहरा चीनी मांझे की चपेट में आ गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गए. पीछे से आ रहे बाइक सवार दो युवक उन्हें निजी अस्पताल में ले गए लेकिन उन्होंने भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद वे दूसरे अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां पर चिकित्सक ने उनका उपचार करते हुए 25 टांके लगाए. विजय कुमार गोयल उस वक्त को याद कर सिहर उठते हैं.
बीते चौबीस घंटे के अंदर चीनी मांझे से तीन लोगों की जान आफत में पड़ गई. ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के भूमिया का पुल निवासी साकिब सोतीगंज में बाइक की सर्विस कराने गया था. साकिब बाइक चला रहा था और अचानक ही वो चीनी मांझे की चपेट आ गया, जिससे साकिब का चेहरा कट गया. साकिब को लहूलुहान देख उसे निजी अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में चिकित्सक ने उसे आठ टांके लगाए. माधवपुरम में पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर बाइक सवार एक युवक चीनी मांझे की चपेट में आ गया जिससे उसकी गर्दन जख्मी हो गई.
राहगीरों ने आनन-फानन में घायल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया. इंसान तो इंसान पशु पक्षी की जान भी चीनी मांझे से आफत में पड़ती है. कुछ दिन पहले ख़ुद मेरठ के ज़िलाधिकारी चीनी मांझा रोके जाने को लेकर एक अभियान की शुरुआत की थी. उन्होंने कहा कि चीनी मांझा इस्तेमाल करते हुए या बेचते हुए कोई पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी बावजूद इसके न लोगों में चीनी मांझा खरीदने को लेकर जागरुकता है और दुकानदार तो अपने प्राफिट के लिए लोगों की ज़िन्दगी के साथ खिलवाड़ कर ही रहे हैं.
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.