सपा सांसद शफीकुर्रहमान द्वारा मायावती की तारीफ को किए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी में घमासान मचा हुआ है. सपा विधायक इकबाल महमूद ने बर्क पर हमला बोलते हुए कहा कि वो थाली में खाते हैं उसी थाली में छेद करते हैं तो अब शफीकुर्रहमान बर्क के पोते और कुदंरकी सीट से विधायक जियाउर्रहमान बर्क़ ने उनपर पलटवार किया है. जियाउर्रहमान ने कहा कि बर्क साहब के बारे में बोलने से पहले उन्हें अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए.
जियाउर्रहमान बर्क़ ने सपा विधायक और पूर्व मंत्री इकबाल महमूद पर जवाबी हमला करते हुए कहा कि इकबाल महमूद जब बोलते हैं तो उन्हें दुनिया का होश नहीं रहता है, क्योंकि वह किसी दूसरी चीज के शौकीन हैं. मनोरंजन के लिए वह उसका इस्तेमाल कर लेते हैं. इकबाल महमूद को अपने दिमाग का इलाज कराना चाहिए, उन्हें बर्क़ साहब के बारे में बोलने से पहले अपने गिरेबान में झांक लेना चाहिए, क्योंकि जब पार्टी को उनकी जरूरत थी तो वह टेबल के नीचे छुप गए थे. रही बात बसपा नेता मायावती की तारीफ की तो सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी उन्हें उनके जन्मदिन पर बधाई दे चुके हैं.
जियाउर्रहमान बर्क ने दिया जवाब
जियाउर्रहमान ने कहा कि बर्क़ साहब सपा के सांसद हैं. उनका बसपा में जाने का कोई इरादा नही है. हमारा समाजवादी पार्टी छोड़ने का कोई इरादा है ही नहीं और ना ही बर्क़ साहब बसपा में जा रहे हैं. इकबाल महमूद को जवाब देने के लिए मैं ही काफी हूं. उन्होंने कहा कि जब गोली से काम चल जाए तो तोप चलाने की क्या जरूरत है. हमें यह देखना होता है कि शिकार किस स्तर का है.
इस बात को लेकर मचा है बवाल
मायावती को लेकर जिस तरह से समाजवादी पार्टी के विधायक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं इससे साफ जाहिर है कि समाजवादी पार्टी में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. यह पूरा विवाद सपा सांसद डॉक्टर शफीकुर्रहमान बर्क़ के उस बयान के बाद से छिड़ा है जिसमें उन्होंने मुसलमान होने के नाते खुद को मायावती का समर्थक बता दिया था. इसके बाद से सपा विधायक और पूर्व मंत्री इकबाल महमूद ने शफीकुर्रहमान बर्क़ पर हमला बोलते हुए कहा कि ऐसे नेताओं की वजह से मुसलमान बहुत पिट चुके हैं.
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