प्रयागराज: संगम नगरी में चल रहे माघ मेले में धर्मांतरण रैकेट का खुलासा हुआ है। हिंदू धर्म की आस्था को ठेस पहुंचाने के इरादे से कूटरचित हिंदू धर्मग्रंथ बेचने के आरोप में पुलिस ने तीन व्यक्तियों को सोमवार को माघ मेले में गिरफ्तार किया। यहां पुलिस लाइन सभागार में अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) सतीश चंद्र ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान महमूद हसन गाजी, मोहम्मद मोनिश उर्फ आशीष कुमार गुप्ता और समीर उर्फ नरेश कुमार सरोज के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी महमूद हसन गाजी प्रयागराज के पूरामुफ्ती थाना अंतर्गत इस्लामिया हिमदादिया मदरसा में शिक्षक है और वह कथित तौर पर इस्लाम को बढ़ा चढ़ाकर एवं हिंदू धर्म की उपेक्षा करते हुए वेद रचनाओं आदि से लिए गए श्लोकों को प्रकाशित कर उनको गलत तरह से पेश करता पाया गया।
सतीश चंद्र ने बताया कि गाजी इन कूटरचित किताबों को छपवाकर गरीब लड़कों को पैसे का लालच देकर उनसे इन किताबों की बिक्री कराता है। उन्होंने बताया कि गोजी ने मोहम्मद मोनिश और समीर की पहचान छिपाने के लिए उनके अलग-अलग आधार कार्ड बनवाए हैं।
उन्होंने बताया कि मोहम्मद मोनिश और समीर पुस्तक लेने वाले हिंदू समुदाय के व्यक्तियों के नाम पते और मोबाइल नंबर एक डायरी में नोट कर लेते ताकि उन्हें इस्लाम धर्म के प्रति आकर्षित किया जा सके और उनका धर्म परिवर्तन कराया जा सके। मोहम्मद मोनिश और समीर उर्फ नरेश कुमार दोनों पहले हिंदू थे, जिन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया।
पुलिस ने इनके पास से 204 संदिग्ध धार्मिक पुस्तकें, तीन मोबाइल फोन, चार आधार कार्ड, एक संदिग्ध डायरी समेत अन्य सामान बरामद किया है। इन अभियुक्तों के खिलाफ दारागंज थाने में आईपीसी की विभिन्न धाराओं समेत विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है।
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