कानपुर के घाटमपुर में पकड़े गए नकली नोट के मामले में लगातार खुलासे होते जा रहे हैं. दो महीने पहले घाटमपुर पतारा में पुलिस ने एक नाबालिग और उसके साथी विभु यादव को गिरफ्तार किया था. घाटमपुर पुलिस ने इस मामले में एक और साथी की गिरफ्तारी की है और उससे पूछताछ में एक बड़ा खुलासा सामने आया जिसमें एक फौजी के नेटवर्क में शामिल होने की जानकारी मिली है. फौजी फिलहाल जम्मू-कश्मीर में तैनात है.
पुलिस ने इसकी जानकारी सेना के अधिकारियों को दी है. दो महीने पहले विभु यादव और उसके एक साथी से 42000 मूल्य के 100-100 के नकली नोट बरामद हुए थे. यह पता चला था कि नाबालिग साइबर एक्सपर्ट है. उसने डार्क वेब का इस्तेमाल कर चीन से नोट छापने वाला महंगा कागज मंगवाया था. अब इस मामले में अर्पित सचान नाम के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी हुई है जिसके बाद से फौजी की संलिप्तता सामने आई है.
इस तरह चल रहा था फर्जी नोट का खेल
डीसीपी (साउथ) प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले में अब तक तीन गिरफ्तारियां हुई हैं. इस गैंग में कुल 10 लोग शामिल हैं और बाकी लोगों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. ये सब आसपास के ही रहने वाले थे. ये लोग प्रिंटर और डाई के द्वारा 100-100 के नोट बनाते थे. ये लोग 2500 रुपए असली करेंसी लेकर उसके बदले 10 हजार रुपए नकली करेंसी देते थे. इसको मार्केट में सर्कुलेट करते थे. हमें यह जानकारी मिली है कि इसमें एक सैन्यकर्मी भी शामिल है. ये आसपास के लोकल एरिया में ही इसको चलाते थे क्योंकि 100 रुपये के नोट के बारे में कोई ज्यादा पूछताछ नहीं करता था.
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.