यूपी के अलग-अलग शहरों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। कई जिलों में ओले भी गिरे हैं। वहीं, 13 जिलों के लिए रेड अलर्ट भी जारी है। इस बीच, CM योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अधिकारियों के साथ बैठक करके फसलों के नुकसान की समीक्षा की। अफसरों से कहा, किसानों का हित सुरक्षित रखना प्राथमिकता है। 24 घंटे के अंदर बारिश से फसलों के नुकसान की रिपोर्ट भेजी जाए। जनहानि का भी आकलन किया जाए। इस संकट में सरकार किसानों के साथ खड़ी है।
CM ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
- मुख्यमंत्री ने कहा, मौसम विशेषज्ञों के अनुसार अगले दो-तीन दिन तक बारिश होने की संभावना है। इससे बचाव के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी कर ली जाएं।
- राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा असमय बरसात, ओलावृष्टि के कारण जिस भी किसान की फसल प्रभावित हो, उसका आकलन कर नियमानुसार क्षतिपूर्ति राशि उपलब्ध कराने में देर न की जाए।
- मौसम पूर्वानुमान के बारे में किसानों को समय से जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
- मौसम विज्ञानियों की चेतावनियों के बारे में किसानों को टीवी, अखबार और स्थानीय प्रशासन के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराएं। यह पूर्वानुमान 24-48 घंटे का हो। ऐसी स्थिति में लोग अलर्ट होंगे तब क्षति भी कम होगी।
- प्राकृतिक आपदा के कारण यदि किसी भी प्रदेशवासी की मृत्यु होती है, या कोई घायल होता है तो बिना देर किए तत्काल पीड़ित परिवार से संपर्क किया जाए।
- राहत आयुक्त स्तर से आपदा राहत कोष में पीड़ित परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए।
- बरसात, तेज हवा, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक कारणों से गेहूं आदि की फसल खराब हो सकती है। जो फसल पैदा हो रही है, उसकी गुणवत्ता पर भी बुरा असर पड़ने की आशंका है।
- ऐसी फसल को भी न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत खरीद की जानी चाहिए। इसके लिए आवश्यकतानुसार नियम को सरल किए जाने के लिए आवश्यक प्रस्ताव तैयार किया जाए।
- गेहूं की फसल के संभावित नुकसान के कारण इस साल भूसे की कमी हो सकती है। ऐसे में पशुपालन विभाग की ओर से समय से गोवंश चारे की व्यवस्था कर ली जाए।