समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सेना में युवाओं की भर्ती योजना ‘अग्निवीर योजना’ की आलोचना करते हुए कहा कि जो देश की सेवा करना चाहता है वो कभी अग्निवीर नहीं बनना चाहेगा. यादव ने बुधवार को मैनपुरी समाजवादी पार्टी कार्यालय में ‘पूर्व सैनिक सम्मेलन’ को सम्बोधित किया और मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में पार्टी प्रत्याशी डिम्पल यादव को विजयी बनाने के लिए जनसम्पर्क किया.
सपा द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक यादव ने पूर्व सैनिकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही है. उन्होंने ‘अग्निवीर योजना’ की आलोचना करते हुए कहा, ‘जो देश की सेवा करना चाहता है वो कभी अग्निवीर नहीं बनना चाहेगा. फर्रुखाबाद में सेना भर्ती का आयोजन हुआ लेकिन नौकरी किसी को नहीं मिली. सरकार कह रही है कि इन योजनाओं से बजट बचा रही है, लेकिन जब देश ही नहीं बचेगा तो बजट कैसे बचेगा. मैनपुरी की जनता ने नेताजी को बहुत सम्मान दिया है.’
उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों से कहा, ‘अगर आप लोग अपने बूथ को मजबूत करेंगे, तो इस चुनाव में हमारी सबसे बड़ी जीत होगी. आपके लोग हर जगह हैं. भूतपूर्व सैनिकों की बात पर जनता भरोसा करती है. सबसे ज्यादा सेवानिवृत्त फौजी मैनपुरी, एटा, इटावा में हैं.’ उन्होंने कहा कि भाजपा साजिश कर सकती है. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पूरी मेहनत कर रही है, पूर्व सैनिक भी साथ दे देंगे तो पार्टी को जीतने से कोई रोक नहीं सकता. यादव ने सपा सरंक्षक मुलायम सिंह यादव को याद करते हुए कहा कि उन्होंने कभी किसी फैसले का मन बनाया तो उन्हें कोई रोक नहीं पाया.
उन्होंने कहा कि नेताजी(मुलायम सिंह यादव) जब रक्षा मंत्री थे तो सियाचिन में गए, बताया गया कि वहां बहुत ठंड होती है, आप धोती कुर्ते में नहीं जा सकते, लेकिन किसी की परवाह किए बिना वे धोती कुर्ते में ही गए. उन्होंने कहा कि नेताजी रूस भी धोती कुर्ते में गए थे. उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति ने भी प्रोटोकॉल तोड़ कर नेताजी का स्वागत किया था.
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) के कारण ही आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जल्दी बन पाया. उन्होंने कहा कि 26 नवंबर, 2016 को सुखोई और मिराज उतारकर उद्घाटन किया गया. उन्होंने कहा, ‘हमने समाजवादी सरकार में एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर किसानों की सुविधा के लिए मंडियां स्थापित की थीं लेकिन भाजपा ने उसे बर्बाद कर दिया.’
इस अवसर पर पूर्व सांसद उदय प्रताप सिंह ने कहा, ‘नेताजी ने ही शहीद जवानों का पार्थिव शरीर उनके घर तक पहुंचाने की व्यवस्था करके सम्मान दिलाया. पहले तो सिर्फ टोपी और बेल्ट भेजी जाती थी. नेताजी किसानों के नेता थे और वे कहते थे कि किसान का बेटा ही फौज में जाता है. जब वे रक्षामंत्री थे तो तब हमारी सेना ने चीन को खदेड़ने का काम किया था. नेताजी ने हमेशा जवानों का मनोबल बढ़ाने का काम किया.
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